Swami Vivekananda ji.4 जुलाई को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि होती है. वह एक महान संत और युवाओं के मार्गदर्शक के रूप में जाने जाते है.
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स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि 4 जुलाई
स्वामी विवेकानंद विद्मते मात्रा 4 जुलाई 19 शब्दों में मात्र 39 की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई थी। लेकिन आज भी वह युवाओं के दिलों में एक मार्ग दर्शक है।
स्वामी विवेकानंद की विचार ही दुनिया में एक परिवर्तन लाए। जो कि आज भी प्रेरणा लेती है विवाह युवाओं के दिल में आज मैं उनके लिए उतना ही चाहत है जितना वह जीवित रहे थे और आज भी उनके विचार हमारे दिलों में बसते हैं और हम उनके पालन भी करते हैं।
स्वामी विवेकानंद की कुछ विचार जैसे हम आपको यहां पर बताते हैं।
• उठो जागो और तब तक मत रुको जब तक कि लक्ष्य प्राप्त ना हो जाए तब तक लड़ते रहो।
• 4 जुलाई को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि है, जिसे लोग आज भी नहीं भूलते।
• जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही बड़ी होगी स्वामी विवेकानंद के विचार।
स्वामी विवेकानंद का युवाओं के लिए कुछ शब्द है,युवाओं के मार्गदर्शक स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) के जिनके विचार आज भी युवाओं (Youngsters एक प्रेरणा है ) मार्गदर्शन का काम करतें हैं. स्वामी विवेकानंद की सही बात दिल को छू जाती हैं और आज भी उनकी यादों में पूरे विश्व भर में 4 जुलाई को पुण्यतिथि मनाई जाती है। क्योंकि 4 जुलाई 1902 को करीब 39 वर्ष में ही उनकी मृत्यु हो गई थी।
अगर कोई मोटिवेशन लेना चाहते हैं तो स्वामी विवेकानंद की कुछ ऐसे शब्द है।
जो शब्द युवाओं के लिए ऐसी प्रेरणा है, और ऐसी मोटिवेशन है उनके लिए कि वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति किए बिना रह नहीं सकता।
इतना असर रखता है स्वामी विवेकानंद की कोट्स जिसे आज भी लोगों के सामने रखा जाता है।
स्वामी विवेकानंद की मोटिवेशन आप को अंदर से मजबूत कर देगा।
जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी।
जैसे कि आज के जमाने में हर कोई अपने परेशानी और अपनी सफलता के लिए संघर्ष करते रहते हैं।
यह कोर्स इतना शानदार है कि अगर कोई इसे पढ़ लेता है तो अंदर से एक शक्ति और ताकत लाकर देती है जितना बड़ा संघर्ष और उतना ही जीत का मतलब क्या समझते हैं।
क्योंकि इंसान लड़ते रहते हैं और जितना ही लड़ते रहते हैं और उतना ही शानदार बनते जाते हैं और वह सफलता के करीब पहुंची जाता है इनका कहने का यही मतलब था और आज भी लोग उनके इन बातों पर बहुत ही ज्यादा गौर करते हैं और एक प्रेरणा के तौर पर आदर्श मानते हैं।